अतुल्य नायक--शरद विवेक सागर

एक बिहारी सब पर भारी हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए शरद विवेक सागर! शरद विवेक सागर स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानते हैं, लेकिन दुनिया उनको 21वीं सदी का विवेकानंद। जिस तरह स्वामी विवेकानंद ने पूरी दुनिया को अपनी प्रखर विद्वता का लोहा मनवाया, उसी राह पर खुद को उनका अंश मात्र कहने वाले विवेक चल पड़े हैं। पूरी दुनिया उन्हें यूथ आइकॉन मानती है, लेकिन विवेक का सागर होने के बाद भी शरद काफी कूल रहते हैं। सामने आ जाए तो लगेगा ही नहीं कि इतनी कम उम्र में फोर्ब्स की ओर से जारी विश्व के 30 सबसे प्रभावशाली युवाओं में यह शख्स भी शामिल है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने खुद न्योता भेजकर मुलाकात की थी। इंग्लैंड की महारानी ने क्वींस यंग लीडर्स में शामिल किया था। इससे बड़ी उपलब्धि क्या हो सकती है कि नोबेल पीस सेंटर ने नोबेल शांति पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया था। पटना में आम लोगों की भीड़ में सड़क पर शरद विवेक सागर भी चलते मिल जाएंगे। साधारण पैंट-शर्ट पहने, बिना किसी तामझाम के। 70 लाख से भी अधिक किशोरों एवं युवाओं को शैक्षणिक अवसरों से जोड़ने और ट्रेंड करने वाले राष्ट्रीय संगठन डेक्सटेरिटी ग्लोबल का CEO होने के बाद भी कोई गुमान नहीं। अहंकार यह भी नहीं कि सोशल मीडिया पर सिर्फ फॉलो करने वाले लोगों की संख्या 5 लाख से अधिक है। शरद विवेक सागर का जन्म असाधारण प्रतिभा के धनी डॉ राजेंद्र बाबू के गांव सीवान के जीरादेई में हुआ। लेकिन, 12 साल की उम्र से पले-बढ़े पटना में ही। इससे पहले गांव में पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से पढ़े। प्रतिभाशाली बच्चों की उपलब्धियों के बारे में पढ़ते और उसे नोट करते। पता करते कि कौन सी छात्रवृत्ति के लिए कब आवेदन करना होता है और वह कहां से मिलेगी। इन्हीं बच्चों की तरह आगे बढ़कर देश का नाम रोशन करने की लालसा तेज होती गई। पत्र-पत्रिकाओं में प्रतिभाओं के लिए अवसरों को पढ़ते-समझते रहे। आगे की पढ़ाई के लिए 4 करोड़ की छात्रवृत्ति पाकर अमेरिका पढ़ने गए। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने तक 6 देशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। 16 वर्ष की ही उम्र में 2008 में शरद सागर ने शैक्षिक अवसरों के माध्यम से युवाओं को प्रेरित करने के लिए राष्ट्रीय संगठन डेक्सटेरिटी ग्लोबल की स्थापना की थी। पिछले 13 वर्षों से यह संगठन अपने एजुकेशनल अवसरों और ट्रेनिंग सेशंस के माध्यम से देश के किशोरों एवं युवाओं को नए अवसर प्रदान कर रहा है। यह भारत के विभिन्न राज्यों में 65 लाख से भी अधिक किशोरों एवं युवाओं को शैक्षणिक अवसरों से जोड़ता और ट्रेंड करता है। संगठन के छात्र-छात्राओं ने दुनिया भर के शैक्षणिक संस्थानों से 52 करोड़ से अधिक की स्कॉलरशिप हासिल की है। कोरोना काल में डेक्सटेरिटी ग्लोबल ने भारत के युवाओं के लिए 1000 इंटर्नशिप तैयार किए। नगालैंड के वोखा से लेकर केरल के कन्नूर तक देश के 27 राज्यों एवं 310 जिलों के युवाओं को संगठन ने इंटर्नशिप के साथ करियर ट्रेनिंग भी प्रदान की। संगठनात्मक नेतृत्व के अलावा शरद सागर को अंग्रेजी और हिंदी के फायरब्रांड वक्ता के रूप में जाना जाता है। एक औसत वर्ष में शरद सागर 20 से अधिक राज्यों में 250 से अधिक प्रमुख सार्वजनिक भाषण देते हैं। सोशल मीडिया पर सागर को पांच लाख से भी अधिक लोग फॉलो करते हैं और 2014 में सोशल मीडिया पर वेरिफाइड होने वाले भारत के पहले और सबसे युवा नेताओं में से एक थे। कौन बनेगा करोड़पति में सबसे कम उम्र के एक्सपर्ट सदी के महानायक अमिताभ बच्चन शरद विवेक सागर से अनेकों बार मिल चुके हैं। हर मुलाकात में वे इनकी विद्वता और आइडिया के कायल रहे हैं। बिग बी ने उन्हें कौन बनेगा करोड़पति में देश के सबसे युवा एक्सपर्ट के रूप में आमंत्रित किया।

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